बुधवार, 17 जून 2009

हव्य तीर्थ

हरियाणा में कैथल से 27 किलोमीटर की दूरी पर पूर्व दिशा में पूण्डरी-राजौन्द मार्ग पर भाणा नामक गांव स्थित है। जैसा कि हव्य शब्द से स्पष्ट है कि हव्य अर्थात् हवन की वस्तु। हवन के दौरान अग्नि में दी गई आहुति हव्य कहलाती है। जन-किंवदंतियों के अनसार एक बार इस स्थान पर परमपिता ब्रह्मा ने एक यज्ञ का आयोजन किया था जिसमें सभी देवी-देवताओ ने भोजन किया था। एक अन्य किंवदंती के अनुसार पाण्ड़वों ने कौरवों पर विजय प्राप्त करने के लिए यहां एक यज्ञ का आयोजन किया था। सूर्य और चंद्र ग्रहण के अवसर पर यहां लोग स्नान करते हैं। हव्य तीर्थ गांव से पूर्व दिशा में 25 एकड़ में फैला हुआ है। दक्षिण पूर्व तट पर एक ऊंचा शिव मन्दिर भी बना हुआ है।

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