आजादी की ६३वीं वर्षगांठ पर आपको हार्दिक शुभकामनांए।
क्या याद हैं
वो बलिदान की कहानी
मां की आंख का पानी
विधवा जवानी
बाप
नहीं था
जिसकी आंख में पानी
जिससे हुईं नसीब
ये आजाद जिंदगानी
क्या याद है
वो बलिदान.............।
"वसुधैव कुटुम्बकम्" की परिकल्पना
3 Comments:
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!!
http://iisanuii.blogspot.com/2010/08/blog-post_15.html
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!!
बहुत सुंदर।
राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की शीघ्र उन्नति के लिए आवश्यक है।
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